महात्मा गांधी भारतीय स्वाधीनता संग्राम में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे थे, उनका वास्तविक नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। महात्मा की उपाधि किसने और कब दी इसके पीछे कई विवाद छिपे हैं। उनके साथ राष्ट्रपिता की उपाधि कैसे जुड़ी इसके पीछे भी मतभेद है। प्रस्तुत लेख में हम गांधीजी से संबंधित १० वाक्य लिख रहे हैं जो आपके लिए कारगर हो सकता है।
महात्मा गाँधी पर १० वाक्य ( 10 Lines on Mahatma Gandhi in Hindi )
1. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
2. उनके पिता का नाम करमचंद गांधी और उनकी माता का नाम पुतलीबाई था।
3. उन्होंने लंदन से वकालत की पढ़ाई की थी और साउथ अफ्रीका में नस्लभेदी आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था।
4. भारत में सत्याग्रह सविनय अवज्ञा दांडी मार्च जैसे अनेक आंदोलन किए तथा जनमानस को जागरूक करने के लिए अनेकों यात्रा की।
5. गांधी जी को महात्मा सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने कहा था। राष्ट्रपिता की उपाधि सुभाष चंद्र बोस ने दी थी।
6. गांधीजी ने 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान संभाली थी। इस पद पर रहते हुए उन्होंने देशभर में अनेकों अभियान चलाए जिसमें अहिंसा बलि प्रथा अस्पृश्यता की भावना का त्याग करना था।
7. गांधीजी अहिंसा के पुजारी थे कभी उनके सत्याग्रह में कोई हिंसा घटित होती थी तो वह अपने आंदोलन को समाप्त कर दिया करते थे जिसमें चोरी चोरा की घटना प्रमुख है।
8. गांधी जी के नेतृत्व में भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था।
9. महात्मा गांधी नरम दल के नेता थे वही चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी वीर गरम दल के नेता थे जो अपने अपमान का बदला किसी भी तरह से लेना जानते थे। देश को आजाद कराने के लिए उन्होंने हिंसा का रास्ता भी अपनाया।
10. नाथूराम गोडसे ने भारत विभाजन तथा अन्य विषयों पर प्रतिशोध की अग्नि में जलते हुए महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 को कर दी थी।
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5 Lines on Mahatma Gandhi in Hindi
1. विदेशी हुकूमत के खिलाफ उन्होंने नमक कानून तोड़ने के लिए 1930 में नमक सत्याग्रह किया था।
2. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत कर गांधीजी प्रसिद्ध हुए।
3. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की आंदोलन किया था और उन्हें वहां के जेल में भी रहना पड़ा।
4. महात्मा गांधी ने अंग्रेजी पोशाक के बदले साधारण धोती धारण की। इस धोती को वह स्वयं चरखा से बनाया करते थे।
5. चरखा आत्मनिर्भरता का प्रतीक माना गया
महात्मा गाँधी पर कुछ और पंक्तियाँ
1. महात्मा गांधी का विवाह 13 वर्ष की आयु में कस्तूरबा से हो गया था।
2 वह स्वयं बाल विवाह के खिलाफ थे मगर उनके माता-पिता द्वारा यह विवाह तय किया गया था जो उस क्षेत्र में प्रचलित था।
3 महात्मा गांधी के 4 पुत्र हीरालाल गांधी, मणिलाल गांधी, रामदास गांधी और देवदास गांधी हकानून की पढ़ाई करने के लिए लंदन चले गए।
4 भारत लौटने के बाद उन्हें मुंबई में नौकरी लगी किंतु वह उससे खुशी नहीं थे वहां उस समय नौकरी कर उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।
5 दक्षिण भारत में नस्ल भेदभाव का काफी प्रभाव था। वहां काले रंग के व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार का प्रतिबंध सहना पड़ रहा था। जैसे ट्रेन में बैठना, रेस्टोरेंट में खाना खाना यह सभी प्रतिबंधित था इसके प्रति उन्होंने आंदोलन किया और एक साल दक्षिण अफ्रीका के जेल में बिताया।
6 महात्मा गांधी को बड़ी सफलता चंपारण सत्याग्रह तथा खेड़ा सत्याग्रह से हुआ जहां उन्होंने नील की खेती के खिलाफ आंदोलन किया।
7 असहयोग आंदोलन में गांधी जी ने अहिंसा तथा शांति पूर्वक संचालन किया जिसमें भारतीय जनता का पुरजोर समर्थन मिला।
8 लॉर्ड एडवर्ड इरविन तथा गांधी के बीच इरविन गांधी समझौता हुआ जिसमें सविनय अवज्ञा आंदोलन को बंद किया गया इसमें राजनीतिक कैदियों को रिहा किया गया।
9 भारत की आजादी में महात्मा गांधी का योगदान माना जाता है उन्होंने अनेकों ऐसे बड़े आंदोलन किए जिन्हें व्यापक रूप से जनता का समर्थन मिला
10 भारत के विभाजन और विभिन्न प्रकार की नाराजगी उनके पार्टी के लोगों तथा अन्य देशवासियों के दिलों में था जिसमें नाथूराम गोडसे एक था नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या गोली मारकर कर दी।
11 उन्होंने सदैव हिंसा और बलि प्रथा का विरोध किया जिस के समर्थन में वह शाकाहारी भोजन किया करते थे।
12 देश में अनाज की कमी और भुखमरी होने के कारण वह स्वयं लंबे उपवास किया करते थे।
13 मोहनदास के पिता पंसारी जाति से संबंध रखते थे। उनकी चार पत्नियां थी जिनमें से तीन प्रसव पीड़ा से मर गई थी।
14 महात्मा गांधी की माता पुतलीबाई वैश्य समुदाय की थी। उन्होंने महात्मा गांधी की देखरेख भक्ति मय वातावरण में किया।
गांधीजी की संक्षिप्त जानकारी
नाम | मोहनदास करमचंद गांधी |
पिता का नाम | करमचंद गांधी |
माता का नाम | पुतलीबाई |
जन्मतिथि | 2 अक्टूबर 1869 |
जन्म स्थान | पोरबंदर |
शैक्षणिक योग्यता | वकालत लंदन यूनिवर्सिटी से |
वैवाहिक स्थिति | कस्तूरबा गांधी |
पुत्र तथा पुत्री का नाम | हीरालाल मोहनदास गांधी, मणिलाल गांधी, रामदास गांधी, देवदास गांधी |
मृत्यु | 30 जनवरी 1948 |
प्रमुख आंदोलन | सत्याग्रह, सविनय अवज्ञा |
सिद्धांत | सत्य, अहिंसा |
निष्कर्ष
महात्मा गांधी ने आजीवन सत्य और अहिंसा का अनुसरण किया ,उन्होंने सत्य को ही भगवान माना इसलिए किसी भी आंदोलन के आरंभ से अंत तक वह सत्य तथा अहिंसा के सिद्धांत का पालन किया करते थे।
उपरोक्त लेख लिखने का उद्देश्य यह है कि हमारे स्कूल तथा कॉलेज के विद्यार्थी तत्काल महात्मा गांधी जी के विषय में तैयारी कर सकें। विद्यार्थी अपनी हिचकिचाहट को दूर करते हुए उन प्रमुख तत्वों को याद कर लें जो गांधी जी के जीवन में महत्वपूर्ण थे। इन तथ्यों के आधार पर विद्यार्थी उनके विचारों, सिद्धांतों आदि को विस्तार पूर्वक बता सकते हैं। आशा है उपरोक्त लेख आपको पसंद आया हो, अपने सुझाव तथा विचार कमेंट बॉक्स में लिखें हम लेख को और अधिक मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे।