शिक्षा निदेशक को पत्र ( Letter to director of education )

विद्यालय की परीक्षा में विभिन्न उद्देश्यों के लिए शिक्षा निदेशक को पत्र लिखे जाते हैं, सभी उद्देश्यों का प्रारूप एक समान होता है थोड़ा बहुत प्रारूप तथा उद्देश्यों में परिवर्तन होता है। इस लेख के अध्ययन से आप शिक्षा निदेशक को विभिन्न उद्देशयों के लिए पत्र लिखने की विधि जान पाएंगे और स्वयं भी लिख सकेंगे। यह लेख विशेष रूप से विद्यालय स्तर के विद्यार्थियों के लिए कारगर है।

पत्र लेखन में विद्यार्थी को पूर्ण अंक मिलते हैं उन्हें उचित प्रारूप का प्रयोग करना होता है अतः आप इस लेख के प्रारूप को समझ कर पत्र लेखन कर सकेंगे।

शिक्षा निदेशक को पत्र – प्रारूप के साथ

1 विद्यालय में कंप्यूटर लगवाने के लिए शिक्षा निदेशक को पत्र लिखें।

उत्तर

दिनांक 4 अप्रैल 2021

सेवा में

शिक्षा निदेशक

दिल्ली शिक्षा विभाग

संसद मार्ग नई दिल्ली 11001

विषय- विद्यालय में कंप्यूटर लगवाने के लिए प्रार्थना पत्र।

महोदय

श्रीमान मैं राहुल राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल विद्यालय रोहिणी विद्यालय का छात्र नेता हूं। आज आपको विद्यार्थियों की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं आज बिना कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी के किसी भी क्षेत्र में प्रगति असंभव जान पड़ती है ऐसी बदलती सामाजिक परिस्थितियों विद्यालय के भीतर कंप्यूटर की कमी एक चिंता का विषय है होना चाहिए। महोदय हमारे विद्यालय में कुछ गिने-चुने कंप्यूटर विद्यार्थियों के लिए रखा गया है, जो ठीक प्रकार से रखरखाव न होने के कारण तथा शिक्षक की कमी के कारण बंद पड़े हैं। ऐसी परिस्थिति में विद्यार्थी कंप्यूटर का प्रयोग करना नहीं जान पाते।

आज के समाज में कंप्यूटर का प्रयोग आम हो गया है। विद्यार्थी विद्यालय में कंप्यूटर से परिचित हो जाए तो उन्हें अपने भविष्य के लिए, नौकरी के लिए प्रयोग में ले सकते हैं।

अतः श्रीमान से विनती है विद्यार्थियों की आवश्यकताओं की ओर ध्यान देते हुए विद्यालय में उचित मात्रा के साथ शिक्षकों की भी नियुक्ति करें जिससे विद्यार्थियों का आगामी भविष्य प्रकाशवान हो सके।

धन्यवाद

प्रार्थी

राहुल

राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल विद्यालय

रोहिणी दिल्ली 110053

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निष्कर्ष

उपरोक्त लिखे गए प्रार्थना पत्र विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए थोड़े बहुत बदलाव के साथ लिखे जा सकते हैं। आप अपने मुद्दे समस्या या टॉपिक के अनुसार इसमें बदलाव कर सकते हैं किंतु प्रारूपों लगभग एक जैसा ही रहता है। विद्यालय की परीक्षाओं में इस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं यह पूर्ण अंक प्राप्त करने का सबसे सरल माध्यम है।

इसमें शिक्षक अंक काटने से बचते हैं अतः विद्यार्थी पत्र में पूर्ण अंक प्राप्त करते हैं।

आशा है उपरोक्त लेख और उसका प्रारूप आपको समझ आ गया हो हम आपकी प्रतिक्रिया हमारे लेख को सुधारने और त्रुटि को दूर करने के लिए कारगर होते हैं अतः आप अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें।

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