असगर वजाहत अन्तरा भाग 2, Asghar wajahat, Antra bhag 2

असगर वजाहत एक सामाजिक कवि हैं जिन्होंने अपने साहित्य के माध्यम से समाज के मूल स्वरूप को उसके भीतर छिपी मौका परस्ती व धोखाधड़ी को उजागर करने का प्रयत्न किया है। उनका साहित्य समाज में व्याप्त विकारों को उजागर करता है और उससे निवारण का मार्ग सुझाता है। वजाहत जी ने शासन व्यवस्था और उसके …

Continue reading