प्रस्तुत लेख में उदाहरण अलंकार का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है। जिसे पढ़कर आप अपने सभी प्रश्नों का हल प्राप्त कर लेंगे। यह लेख आपके सभी परीक्षाओं के लिए कारगर है। अतः इसका अध्ययन आपको आपकी परीक्षा में सफलता दिला सकता है।
अलंकार काव्य का आभूषण है,जिस प्रकार महिलाएं अपने रूप को निखारने के लिए सौंदर्य की वृद्धि के लिए आभूषणों को धारण करती है। उसी प्रकार काव्य में अलंकार का प्रयोग सौंदर्य वृद्धि के लिए किया जाता है।
इस अलंकार के अंतर्गत दो भिन्न स्वरूप को एक जैसा होता दिखाया जाता है।
उदाहरण अलंकार
परिभषा:- जिन दो वाक्यों का साधारण धर्म भिन्न है, उसमें वाचक शब्द के द्वारा समता दिखाई जाए तो उदाहरण अलंकार होता है। दृष्टांत अलंकार में वाचक शब्द नहीं रहता किंतु उदाहरण में रहता है।
उदाहरण अलंकार के उदाहरण
उदित कुमुदिनी नाथ हुए प्राची में ऐसे
सुधा-कलश रत्नाकर से उठता हो जैसे।
यहां कुमुदिनी-नाथ और सुधा-कलश दोनों का धर्म एक नहीं है परंतु ‘ऐसे’ और ‘जैसे’ इन वाचक शब्दों के द्वारा सादृश्य प्रकट किया गया है। इस कारण यहां उदाहरण अलंकार है।
अन्य उदाहरण-
- जैसे गुहारते हुए युधिष्ठिर के सामने से , भागे थे विदुर और भी घने जंगलों में। ।
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निष्कर्ष
किसी दो पक्ष को उपस्थित किया जाता है और सादृश्य रूप में दर्शाने या तुलना करने का प्रयत्न किया जाता है वहां उदाहरण अलंकार माना जाता है।
आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा पर आपको अपने सभी प्रश्नों के जवाब मिल गए होंगे एवं आपको यह विषय आसानी से समझ में आ गया होगा परंतु अगर अब भी कुछ ऐसा शेष है जो आपको समझ में ना आया हूं या फिर यहां पर किसी प्रकार की गलती दिखाई दी हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं तथा बता सकते हैं।
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अच्छा है, परन्तु उदाहरण और भी देते तो ज्यादा अच्छा होता।