उपसर्ग की संपूर्ण जानकारी | Upsarg ke udahran

व्याकरण में उपसर्ग का बेहद ही महत्व है , इस महत्व को हम समझते हुए आज विस्तार से इस लेख में विवरण उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं। यह विद्यालय स्तर के विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो , ऐसा ध्यान रखकर इसकी रूपरेखा तैयार किया गया है।

आशा है यह लेख प्रत्येक विद्यार्थी के काम आ सके और उनके ज्ञान विवेक और रुचि का विस्तार कर सके.

उपसर्ग की संपूर्ण जानकारी – Upsarg ke udahran in Hindi

Hindi grammar upsarg ki paribhasha - उपसर्ग

उपसर्ग – उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) किसी शब्द के समीप आकर नया शब्द बनाना उपसर्ग कहलाता है। जो शब्दांश शब्दों के पूर्व या पहले जुड़कर उसके अर्थों को बदल देता है वह शब्द उपसर्ग कहलाते हैं।

सत्य = असत्य

जन = निर्जन

बल = दुर्बल

कार = उपकार

नाम = बदनाम

उपर्युक्त शब्दों को ध्यान से पढ़ने पर आपको समझ आ रहा होगा। किस प्रकार शब्दों से पूर्व कुछ शब्द जोड़े गए हैं , जिसके कारण दूसरे शब्द का पूर्ण रूप से अर्थ बदल जाता है। पहले सत्य से पूर्व ‘अ’ शब्द जोड़ने से असत्य बदल गया जो सत्य के विपरीत का शब्द है। ठीक इसी प्रकार सभी शब्दों के साथ यही किया गया है।

हार शब्द एक रूढ़ि तथा प्रचलित नाम है जिसका अर्थ दो प्रतीत होते हैं १ पराजय और २ माला। किंतु इस शब्द के साथ उपसर्ग लगाकर विभिन्न प्रकार के नए शब्द बनाए जाते हैं –

आ + हार  = आहार  (भोजन)

उप + हार = उपहार ( भेंट)

नि + हार = निहार (ओस)

प्रति + हार = प्रतिहार (सेवक)

वि + हार = विहार (घूमना)

प्र + हार = प्रहार (वार करना)

आदि शब्द ‘हार’ मूल शब्द से निर्माण किए गए हैं इस प्रकार अनेकों अनेक शब्द का निर्माण संभव है।

हिंदी में प्रचलित उपसर्गों को निम्न भागों में विभाजित किया जाता है

  1. संस्कृत के उपसर्ग-22
  2. हिंदी के उपसर्ग 13
  3. उर्दू और फारसी के उपसर्ग 19
  4. अंग्रेजी के उपसर्ग
  5. उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अवयव

 संस्कृत के उपसर्ग – Upsarg in sanskrit

Upsarg in Sanskrit with examples

अति -(अधिक) =  अत्यधिक , अत्यंत , अतिरिक्त , अतिशय ,अत्याचार ,अतिउत्साह

उत् – (ऊँचा , श्रेष्ठ ) = उत्कर्ष , उत्थान ,उत्तम , उत्पत्ति , उद्धार

दूर – (बुरा , कठिन) = दुर्जन , दुर्गम , दुर्दशा , दुराचार , दुर्दिन

दुस -( बुरा , कठिन ) = दुश्चरित्र , दुस्साहस , दुष्कर , दुष्कर्म , दुष्प्रभाव

निस -(नहीं ,रहित ) = निस्सार , निस्तार , निश्छल , निश्चित , निष्कलंक , निष्काम

नि -((नीचे , अभाव) = निवारण , निपात , नियोग , निषेध , निदान , नियुक्त

अधि -(ऊपर , समीप , बड़ा)  = अधिकार , अधिनायक , अधिपति , अध्यक्ष

अनु – (पीछे) – अनुज , अनुचर , अनुकूल , अनूपकार , अनुरोध

अप -(बुरा , हीन) = अपमान , अपयश , अपहरण , अपशब्द

परा -( उल्टा , पीछे) = पराजय , पराभव , परामर्श , पराक्रम

प्रति – (विरुद्ध) = प्रतिकूल , प्रत्यक्ष , प्रतिक्षण , प्रत्येक , प्रतिकार

सम -(पूर्णता , अधिकार ) = संयोग , संगम , संतुष्ट , संभव ,संवाद ,संहार ,सम्पूर्ण

सु – (अच्छा ,अधिक ) = सुलभ , सूजन , सुगम , सुनिश्चित , सुशिक्षित , सुपात्र , सुकर्म

स्व – (अपना) = स्वराज ,स्वतंत्र , स्वदेश

अ – (नहीं) = अधर्म , असत्य , अपहरण , अनाथ , अनादि , अनाचार , अनर्थ

आ – (तक , भर , उल्टा) = आमरण , आकंठ्य , आजन्म , आगमन

अभि -(सामने) = अभिमान , अभिलाषा , अभियोग

अव – ( बुरा , निच ,हीन) = अवकाश , अवनति , अवगुण

अन – (नहीं) = अनावश्यक , अनुदार , अनादर

 

हिंदी के उपसर्ग

दु – (बुरा , हीन) = दुबला , दुलारा , दुधारू , दुकाल

औ -(हीन , निषेध) = औगुन , औढर

चौ – (चार) = चौपाई , चौमासा , चौराहा

नि – (निषेध , रहित) = निगोड़ा , निपूता , निडर , निहत्था , निकम्मा

सु – सुडोल , सुजान , सुफल

कु – (बुरा) = कूदीन , कुपुत्र , गुढग

अन -(अभाव , निषेध ) = अनजान , अनचाहा , अनबन , अनपढ़

उन -(एक कम) = उनपर , उन्नति ,उन्तालीस ,उन्नीस ,उन्यासी ,

पर -(दूसरा) =  परलोक , परोपकार , परसर्ग

बिन – (बिना , निषेध) = बिनब्याह ,बिनबादल उपसर्ग

अ -(अभाव निषेध) = अचेत , अशांत , अछूत

भर -(पूरा) = भरपेट , भरसक , भरपूर

अध -(आधा) = अधमरा , अधकच्चा , अधपक्का

अरबी , फारसी के उपसर्ग

अल – (निश्चित) = अलबत्ता , अलगरज

कम -(थोड़ा , हीन) = कमजोर , कमबख्त , कमक्कल , कमसिन

दर – दरअसल , दरहक़ीक़त

सर -(मुख्य) = सरकार , सरहद , सरताज , सरमोर

ऐन -(ठीक , पूरा) = ऐनवक्त , ऐनमौका

हम – (साथ , समान) = हमउम्र , हमसफर , हमराही

खुश -(अच्छा) = खुशखबरी,  खुशदिल , खुशबू , खूबसूरत , खूंखार

ब -( सहित ) = बनाम , बदौलत , बदस्तूर , बगैर

बद – (बुरा) = बदनाम , बदसूरत , बदबू , बदनामी

बा – (के साथ) = बकायदा , बाइज्जत , बाअदब

ला -(अभाव) = लाइलाज , लापरवाह , लावारिस , लाचार , लाजवाब

गैर – (बिना) = गैरमुल्क ,  गैरहाजरी

हर -(प्रत्येक) = हर तरह , हर रोज , हर जगह , हर समय

वर – बर्दाश्त , बर्खास्त

 

अंग्रेजी के उपसर्ग – Upsarg in English

सब – ( अधीन , नीचे) = सब जज , सब कमेटी , सब इंस्पेक्टर

वॉइस -(सहायक) =  वायसराय , वाइस चांसलर

हेड -( प्रमुख) = हेड मास्टर , हेड क्लर्क

डिप्टी -(सहायक) = डिप्टी कलेक्टर , डिप्टी चीफ मिनिस्टर , डिप्टी रजिस्ट्रार

जनरल -(प्रधान) = जनरल सेक्रेटरी , जनरल मैनेजर

चीफ – (प्रमुख) = चीफ मिनिस्टर , चीफ सेक्रेट्री , चीफ गेस्ट

 

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Upsarg Question Answer in Hindi

प्रश्न – निम्नलिखित शब्दों के उचित उपसर्ग बनाएं

सिद्ध , बल , जैन , धर्म , यश , हिंसा , वादी , गुण

उत्तर – सिद्धार्थ , सिद्धस्त , बलवान , जैनेंद्र , यशस्वी , हिंसावादी , गुणशील  , गुणवान।

 

प्रश्न – उपसर्ग किसे कहते हैं ?

उत्तर – जो शब्द मूल शब्द से पूर्व लगकर उसके अर्थ को बदलने की क्षमता रखता है उसे उपसर्ग कहा जाता है।

 

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