दशहरा पर १० से २० वाक्य ( 10 Lines on Dussehra in Hindi )

दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है, यह हिंदू आस्था से जुड़ा हुआ पर्व है। दशहरा के दस दिनों का महत्व वेद-पुराणों में पढ़ने को मिलता है। इस दिन विष्णु अवतार प्रभु श्री राम ने असत्य, अहंकार, बुराई रूपी रावण का वध किया था। उन्होंने यह संदेश दिया था कि असत्य तथा बुराई कितनी भी बड़ी क्यों ना हो उसका अंत निश्चित है। मां दुर्गा ने भी नौ दिन युद्ध करके आसुरी शक्ति का नाश किया था। इन दिनों का महत्व भारतीय संस्कृति में अधिक है।

इस लेख में आप दशहरा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करेंगे जो आपके लिए कारगर सिद्ध हो सकती है।

10 Lines on Dussehra in Hindi ( Short Essay )

1. दशहरा को विजयदशमी के रूप में जानते हैं यह दस दिन का समूह होता है।

2. प्रभु श्री राम ने रावण का वध इसी दिन किया था, जो असत्य पर सत्य की विजय का संकेत है।

3. मां दुर्गा ने नवरात्रि के नौ दिन असुरों से युद्ध कर दसवें दिन महिषासुर का मर्दन किया था। इसलिए इन दिनों शक्ति की उपासना की जाती है।

4. इन दिनों भारतीय संस्कृति के अनुसार शस्त्र पूजन का विधान है, तथा नए उद्योग धंधे आरंभ करने का शुभ दिन माना जाता है।

5. जगह-जगह रामलीला का मंचन किया जाता है और दशहरा के दिन रावण का विशाल पुतला फूंक कर असत्य पर सत्य की विजय का संदेश दिया जाता है।

6. दशहरा हिंदी पंचांग के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष दशमी तिथि को मनाया जाता है।

7. मां दुर्गा के दस अवतार की पूजा का भी विधान है। इसमें विभिन्न स्वरूप की पूजा प्रत्येक दिन की जाती है।

8. दशहरा को शारदीय नवरात्रि भी कहते हैं।

9. लीला का मंचन देश-विदेश में किया जाता है विदेशों में विभिन्न पद्धति से रामलीला का मंचन किया जाता है।

10. दशहरा हिंदू मान्यता के अनुसार वीरता और शौर्य प्रकट करने का दिवस होता है जिसमें असत्य पर सत्य का विजय होता है।

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दशहरा से संबंधित अन्य जानकारी

1. हिंदू मान्यता के अनुसार दशहरा शौर्य पराक्रम तथा सत्य के विजय का पर्व है।

2. इस दिन हिंदू संस्कृति पद्धति को मानने वाले लोग सात्विक रूप से आहार तथा व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं। इन दिनों मांस, मदिरा तथा गैर मानवीय कार्य वर्जित होता है। इन दिनों साधना का फल तत्काल प्राप्त होता है।

3. हर एक पर्व को मनाने के पीछे कुछ न कुछ मान्यताएं होती है, विशेषकर हिंदू संस्कृति में यह समय मौसम के परिवर्तन का भी समय होता है। इस दिन ध्यान मन तथा शरीर को अपने वशीभूत किया जा सकता है। अपने इंद्रियों को जीता जा सकता है। इसलिए नवरात्रा का त्यौहार और अधिक महत्वपूर्ण बन जाता है।

4. पौराणिक मान्यता के अनुसार देवी दुर्गा ने महिषासुर के साथ नौ दिन भीषण युद्ध कर दसवें दिन उसका संघार किया था।

5. यही दिन दशहरा के रूप में विख्यात है। एक और मान्यता के अनुसार प्रभु श्री राम ने रावण का वध इसी दिन किया था उन्होंने असत्य अहंकार और शोषण का प्रतीक बन चुके रावण का वध कर पृथ्वी को आसुरी शक्ति तथा अतिथियों से मुक्ति दिलाई थी। पृथ्वी के जनमानस को साधु-संतों को भय मुक्त किया था।

6. दशहरा का पावन पर्व देश ही नहीं अपितु विदेश में भी मनाया जाता है। भारत देश में रामलीला का मंचन किया जाता है तो विदेश में रामलीला तथा शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है। विशेषकर इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल जैसे देशों में।

7. इन दिनों दुर्गा के दस स्वरूप की पूजा की जाती है, उनके विभिन्न स्वरूप की आस्था और शक्ति का विभिन्न स्वरूप है। उसकी उपासना की जाती है। प्रत्येक देवी लक्षण से युक्त होती हैं इसलिए इन देवी की प्रत्येक दिन अलग-अलग विधि विधान के साथ पूजा की जाती है।

8. इन दिनों साधु तपस्वी तथा साधक अपने सिद्धि को प्राप्त करने के लिए यत्न करते हैं। पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूप की पूजा करते हैं।

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उपसंहार

दशहरा दस दिनों का त्यौहार होता है, जिसमें देवी के दस स्वरूप की पूजा की जाती है। यह हिंदू मान्यता के अनुसार विशेष महत्वपूर्ण पर्व में से एक माना जाता है। साधक अपनी आस्था के अनुसार इसमें व्रत करता है और लाभ कमाता है। इस त्यौहार को शारदीय नवरात्रा भी कहते हैं।

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