प्रस्तुत लेख में भाववाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, भेद आदि को विस्तार पूर्वक समझने का प्रयत्न करेंगे।
किस प्रकार व्यक्तिवाचक तथा विशेषण आदि शब्दों को भाववाचक के रूप में बदला जाता है, उसे भी समझेंगे और बनाने का प्रयत्न करेंगे।
संपूर्ण रूप से यह लेख भाववाचक संज्ञा को समझाने के लिए कारगर है।
भाववाचक संज्ञा
संज्ञा के प्रमुख तीन भेद है जिसमें भाववाचक संज्ञा अहम है। इसके अंतर्गत अमूर्त रूप के भावों की संकल्पना की जाती है। जैसे – बुढ़ापा , मिठास , खट्टापन , यह सभी भाव को व्यक्त करते हैं। अतः भाववाचक संज्ञा का सर्वोत्तम उदाहरण है।
परिभाषा:- जिस संज्ञा शब्द से किसी के गुण-धर्म , दोष ,भाव ,दशा ,स्वभाव ,अवस्था आदि का बोध होता है उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है।
जैसे – बचपन , मातृत्व , पितृत्व , आलस्य , ऊंचाई , चतुराई , मिठास आदि। यह सब अमूर्त मानसिक संकल्पनाएं होती है।
भाववाचक संज्ञा का उदाहरण
- ईमानदारी व्यक्ति का आभूषण है।
- उसकी गरीबी हृदय को दुखी करती है।
- सैनिकों के हृदय में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी होती है।
- व्यक्ति का बुढ़ापा उसे लाचार बना देता है।
- सावन में चारों ओर हरियाली छा जाती है।
- आज गुड़ की मिठास कुछ कम है।
- मां के मातृत्व की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती।
- देश के नागरिकों में राष्ट्रीयता का भाव होना ही चाहिए।
- किसी से भी मित्रता करो तो उसे निभाओ भी।
- किसी का अहित करने में मनुष्यता का भाव खत्म हो जाता है।
जातिवाचक से भाववाचक मैं कैसे बदला जाता है
जातिवाचक | भाववाचक |
बच्चा | बचपन |
माता | मातृत्व |
मित्र | मित्रता |
पंडित | पांडित्य |
राष्ट्र | राष्ट्रीय |
बूढ़ा | बुढ़ापा |
विशेषण से भाववाचक संज्ञा में कैसे बदलें
विशेषण | भाववाचक |
चालाक | चालाकी |
ऊँचा | ऊंचाई |
मीठा | मिठास |
चतुर | चतुराई |
सरल | सरलता |
कंजूस | कंजूसी |
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निष्कर्ष –
उपर्युक्त अध्ययन से स्पष्ट होता है कि भाववाचक शब्द वह होते हैं , जो किसी के गुण , दोष , जाति , धर्म आदि को बताते हैं।
जैसे बुढ़ापा , बचपना , चतुराई , सरलता , कंजूसी यह सभी भाव को व्यक्त करते हैं।
इसके संदर्भ में यह माना गया है कि यह सभी शब्द मानसिक अमूर्त शब्द होते हैं , जो केवल मन में उनके संकल्पनाए उत्पन्न होती है। आशा है यह लेख आपको पसंद आया हो , आपके ज्ञान की वृद्धि हो सकी हो , तथा भाववाचक संज्ञा के संदर्भ में आपको अधिक जानकारी मिल सकती हो।
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आपने इस पोस्ट में विशेषण के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी है इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद