Sampadak ko Patra – संपादक को पत्र

संपादक को पत्र इस लेख में आप विभिन्न प्रकार के पत्र का अध्ययन करेंगे। यह संपादक महोदय को लिखा गया है जो विभिन्न विषयों तथा समस्याओं की ओर संपादक का ध्यान आकर्षित कराने हेतु तथा समस्या से अवगत कराने हेतु पत्र लिखा गया है।

यहां संपादक को लिखे जाने वाले पत्र का संकलन मौजूद है , जो परीक्षाओं के अनुरूप तैयार किया गया है।

 

संपादक को पत्र – Sampadak ko Patra

विद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्तर पर संपादक को पत्र लिखने के लिए प्रश्न पूछे जाते हैं , जिसमें विद्यार्थी मूलभूत संरचनाओं से भ्रमित हो जाते हैं।  वह आम पत्र तथा संपादक को लिखे जाने वाले पत्र के प्रारूप से भटक जाते हैं। जबकि उन्हें इस पत्र को लिखना आता है फिर भी छात्र इस पत्र को लिखने में संकोच करते हैं

इस लेख को पढ़ने के बाद छात्र , संपादक को किसी भी विषय पर पत्र लिखने के लिए सक्षम हो जाएंगे।  चाहे वह निजी जीवन में पत्र लिखना हो या विद्यालय विश्वविद्यालय के परीक्षाओं में।

वह कहीं भी इस प्रारूप को अपनाकर संपादक के नाम पत्र लिख सकते हैं।

 

प्रश्न 1 महानगरों में दिन-प्रतिदिन बढ़ती अपराध प्रवृतियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए किसी प्रतिष्ठित समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए और इससे निपटने के सुझाव भी दीजिए।

उत्तर –

 

सेवा में

 

संपादक महोदय

नवभारत टाइम्स

नई दिल्ली 11001

 

विषय :- बढ़ती आपराधिक प्रवृत्तियों की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए निदान हेतु आग्रह तथा सुझाव।

 

महोदय

मैं कनॉट प्लेस मिंटू रोड का निवासी हूं , यहां कुछ समय से निरंतर अपराधिक परिवर्तनों ने यहां जन्म लेना आरंभ कर दिया है। अपराध इस क्षेत्र में इस कदर बढ़ गया है , महिलाएं तो घर से निकलती नहीं , पुरुष भी स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं करते।  जेब कतरे , नशा करते लोग , ताश खेलते जुआरी तथा छीन-झपट करने वाले असामाजिक तत्व यह निरंतर गिद्ध दृष्टि बनाए हुए रहते हैं।

यहां की घटना निरंतर अखबारों में छपती रहती है तथा थाना-पुलिस तक भी यह मामला जाता है। किंतु पुलिस कर्मियों की सुस्त रवैया के कारण यह लोग और फल-फूल रहे हैं।

पिछले दिनों एक महिला घर से अपने बच्चे को स्कूल लेने गई थी। रास्ते में उनका पर्स छीन लिया गया , कान में से सोने का कुंडल भी चाकू की नोक पर उतरवा लिया गया।  महिला इस भय से अभी तक नहीं उबर सकी है , जिसके कारण वह अब घर में नजरबंद है।

आम दिन होने वाली घटनाओं की शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में किया जाता है , किंतु पुलिसकर्मी इस पर कोई सख्त कार्यवाही नहीं करते जिसके कारण यहां की जनता त्रस्त है। हमारे पास अब उनसे निपटने का कोई और चारा नहीं है।

अतः श्रीमान से निवेदन है वह उपरोक्त घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए अपने अखबार में इस मुद्दे को उठाएं और प्रशासन तक इस विषय को पहुंचाएं।  जिससे यहां की जनता को असामाजिक तत्व से निजात मिल सके।

मेरे व्यक्तिगत सुझाव से यहां निरंतर पुलिस कर्मियों की गश्त बढ़ाई जानी चाहिए और उनकी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। जितने भी संदिग्ध स्थल हैं उन सभी को चिन्हित कर निगरानी की जानी चाहिए।  असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर एक कड़ा संदेश दिया जाना आवश्यक है।

 

धन्यवाद

आपका विश्वासी

क , ख ,ग

पता – परीक्षा भवन नई दिल्ली

 

 

प्रश्न 2 – सड़क पर जलभराव से होने वाली परेशानियों की तरफ , संपादक महोदय का ध्यान आकर्षित कराने हेतु पत्र लिखें।

उत्तर –

 

सेवा में

 

संपादक महोदय

अमर उजाला

नई दिल्ली 11008

 

विषय :- सड़क पर जलभराव से होने वाली समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु।

 

महोदय

मैं राजनगर का निवासी हूं। मैं आपका ध्यान सड़क पर होने वाले जलभराव की ओर दिलाना चाहता हूं। यहां पिछले कुछ वर्षों से नेताओं के सुस्त रवैया तथा कॉर्पोरेशन की लापरवाही के कारण सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई है। बरसात के समय यह गड्ढे जलभराव का मुख्य कारण बनते हैं। कितनी ही बार ऐसी घटना देखने को मिली है , जब चलती हुई गाड़ियां इस गड्ढे में पलट जाती है। कुछ समय पूर्व ही ऑटो सवारी समेत इस गड्ढे में पलट गई थी , जिसके कारण ऑटो चालक तथा सवारी की जान आफत में आ गई थी।

यहां के निवासी निरंतर कॉर्पोरेशन में शिकायत करते हैं , किंतु वह सुनने को तैयार नहीं है। पार्षद और एम.एल.ए तक भी शिकायत की गई किंतु उनका भी कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिला। हालत यह है कि आज यहां के निवासी इस समस्या से रोज दो चार हाथ करने को मजबूर हैं।

बरसात के दिनों मच्छर विकराल रूप ले लेता है। पिछले साल डेंगू का प्रकोप इस क्षेत्र में सर्वाधिक देखने को मिला था। कारण यह है कि सड़कों पर मच्छर-मक्खियों का बसेरा बना हुआ है , जो कभी भी यहां के निवासियों को अपनी चपेट में ले लेते हैं।

अतः संपादक महोदय से निवेदन है वह अपने अखबार के माध्यम से इस समस्या को बड़े स्तर पर उठाएं और यहां के कॉरपोरेशन तथा नेताओं को जागृत करें जिससे स्थानीय लोगों को समस्याओं से निजात मिल सके।

धन्यवाद

 

आपका आभारी

क ख ग

परीक्षा भवन दिल्ली

 

 

 

प्रश्न 3 – जिला अस्पताल में दवाइयों की हो रही कमी तथा लचर इलाज की व्यवस्था की ओर ध्यान दिलाने हेतु संपादक महोदय को पत्र लिखें।

उत्तर –

 

सेवा में

संपादक महोदय

हिंदुस्तान टाइम्स

दिल्ली 11009

 

विषय :- अस्पताल की लचर व्यवस्था , दवाइयों की कमी तथा डॉक्टरों के रवैया के प्रति आपका ध्यान आकर्षित करने हेतु।

 

महोदय

राजीव नगर में सरकार द्वारा स्थापित एक सरकारी अस्पताल है , जो जिला अस्पताल के नाम से भी जाना जाता है। यहां प्रतिदिन बहुतायत संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं। किंतु यहां डॉक्टरों की कमी तो पहले से है , ही जो डॉक्टर इलाज करते हैं , उसके बाद दवाइयों के लिए लोगों को बाहर प्राइवेट से खरीदना पड़ता है जो काफी महंगी होती है। जबकि सरकार ने आदेश जारी किया हुआ है , दवाइयां हॉस्पिटल में जबकि वास्तविकता ऐसी नहीं है।

यहां डॉक्टरों का व्यवहार भी कुछ ठीक नहीं है। डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह ठीक से नहीं करते , समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते तथा साधनों की कमी बताते हुए इलाज करने से मना कर देते हैं। कभी-कभी गंभीर चोट का व्यक्ति या तो अस्पताल में अपना दम तोड़ देता है या उसे किसी प्राइवेट अस्पताल का सहारा लेना पड़ता है।

यह मानवीय मूल्यों की क्षति है , इस प्रकार की लापरवाही की शिकायत बड़े स्तर पर भी किया गया। किंतु कोई भी कार्यवाही करने को तत्पर नहीं है।  अस्पताल के सीनियर डॉक्टर यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं , जब ऊपर से साधन मिलेगा नहीं संसाधन उपलब्ध नहीं होगा तो हम क्या कर सकते हैं। अधिकारियों से शिकायत की गई वह हमेशा की तरह जांच का आदेश देते हैं , विश्वास देते हैं सब ठीक हो जाएगा। किंतु पांच  सालों से यही सिलसिला जारी है।

अतः श्रीमान से निवेदन है की इस समस्या के ऊपर ध्यान देते हुए अपने अखबार में इस समस्या को उठाएं , जिससे बड़े-बड़े नेताओं तक इस समस्या की पहुंच बन सके। इस समस्या पर आप अपना विशेष समय जनता के लिए देंगे इसके लिए आपका आभार।

धन्यवाद

 

आपका विश्वासी

क. ख. ग.

परीक्षा भवन नई दिल्ली।

 

 

प्रश्न 4 – सड़क किनारे लगे कूड़े के ढेर को हटवाने के लिए संपादक महोदय को पत्र लिखें।

 

सेवा में

 

संपादक महोदय

दैनिक भास्कर

जीवन तारा बिल्डिंग

शाहदरा , दिल्ली 11032

 

विषय :- सड़क किनारे लगने वाले कूड़े की ढेर की और आप का ध्यान आकर्षित करते हुए समस्या के निदान हेतु पत्र।

 

महोदय

मैं श्याम नगर का निवासी हूं , यहां के मुख्य सड़क की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं , जो यहां के क्षेत्रवासियों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है। यह मुख्य सड़क शहर को मुख्य मार्ग से जोड़ता है कॉरपोरेशन लगभग दो साल से सड़क किनारे पूरे क्षेत्र का कूड़ा एकत्रित कर यहां डालता है। और फिर इसकी सफाई करने का ख्याल भी इन्हें नहीं आता।

कूड़े के लगने वाले ढेर के कारण यहां आवारा पशुओं की बहुतायत मात्रा में संख्या हो गई है। मक्खियां इन गंदगी ऊपर बैठकर पूरे क्षेत्र में बीमारी फैलाती है , जिसके कारण आए दिन छोटे बच्चे इसकी चपेट में आते हैं। निरंतर अस्पताल में यहां के क्षेत्र में रहने वाले बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। डायरिया , टायफाइड आदि की बीमारी तो यहां निरंतर लगी रहती है।

कूड़े के बदबू ने क्षेत्रवासियों का यहां रहना मुश्किल कर दिया है। कितनी ही बार देखने को मिला है जब बच्चे विद्यालय से लौटते हैं तो उन्हें आवारा पशु मारने के लिए दौड़ते हैं , बुजुर्ग महिलाएं कितनी बार इस कारण चोट खा चुकी हैं।

इस समस्या की शिकायत मुंसिपल कॉरपोरेशन ऑफिस में निरंतर करते रहते हैं।  किंतु किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती। उच्च स्तर पर भी कार्यवाही के लिए कितने ही पत्र लिखे गए किंतु कोई रिप्लाई नहीं आता। यहां की जनता इस समस्या के साथ जीने को मजबूर है।

अतः संपादक महोदय से निवेदन है इस समस्या को मध्य नजर रखते हुए अपने समाचार पत्र में लिखें और समस्या के निदान हेतु उचित कार्यवाही करें। जिससे यहां की जनता को समस्या से निदान मिल सके।

धन्यवाद

 

आपका विश्वासी

क. ख. ग.

परीक्षा भवन दिल्ली

 

प्रश्न 5 आपके क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती की समस्या को उजागर करते हुए संपादक को पत्र लिखें।

उत्तर –

 

सेवा में

 

संपादक महोदय

 

सहारा समय

अर्जुन रोड

B- 205

दिल्ली 110095

 

विषय :- अधिक मात्रा में हो रही बिजली कटौती की और आप का ध्यान आकर्षित कराने हेतु पत्र।

 

महोदय

मैं संजय , राजीव नगर का निवासी हूं , मैं 12वीं कक्षा का छात्र हूं। अगले महीने मेरे बोर्ड की परीक्षा होनी है। संभवत सभी विद्यार्थियों की परीक्षा इन्हीं कुछ महीनों में प्रत्येक वर्ष होती है। मैं पिछले कुछ महीनों से अपनी पढ़ाई ठीक प्रकार से नहीं कर पा रहा हूं , कारण यह है कि यहां अधिकतर बिजली कटौती की जा रही है। पहले इस प्रकार की कटौती नहीं की जाती थी।

बिजली कटौती के कारण दैनिक समस्या व्यक्तिगत जीवन में आग खड़े होते हैं। यहां के सभी विद्यार्थी बिजली कटौती से होने वाली समस्याओं से जूझ  रहे हैं। यहां तक की विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। परीक्षा के कुछ ही दिन रह गए हैं जब विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी तन्मयता के साथ करते हैं , ऐसे समय में बिजली कटौती भारी मात्रा में किया जाना छात्रों के हित में नहीं है।

बिजली विभाग से शिकायत करके भी मुझे कोई फायदा नहीं हुआ। यहां के निवासियों ने भी अपने बच्चों के पढ़ाई में आ रही बिजली के कारण समस्या को शिकायत के माध्यम से लिखा किंतु कोई अभी तक देखने को नहीं मिली।

अतः संपादक महोदय से आग्रह है छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए आप अपने अखबार में इस समस्या को उठाएं।  जिससे प्रशासन की नींद खुल जाए और विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए बिजली कटौती ना करें या बहुत कम मात्रा में करें। जिससे विद्यार्थी अपने परीक्षा की तैयारी ठीक प्रकार से कर सकें।

धन्यवाद

 

आपका विश्वासी

क. ख. ग. घ.

परीक्षा भवन नई दिल्ली

 

प्रश्न 6 – बढ़ती महंगाई पर चिंता व्यक्त करते हुए किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए एवं सुझाव भी दीजिए।

 

सेवा में

संपादक महोदय

प्रभात खबर

मुंबई 204059

विषय – महंगाई के विषय पर ध्यान आकर्षित करने हेतु।

महोदय

एक विद्यार्थी होने के नाते मुझे महंगाई की इतनी ज्यादा समझ तो नहीं है किंतु जितनी समझ है उतना एक आम व्यक्ति के लिए काफी है। मैं अपने घर तथा अपने आसपास महंगाई की मार को बड़ी ही बारीकी से देख रहा हूं। जो साग-सब्जियां एक महीने पूर्व बिक रही थी , वही सब्जियां अब लगभग  तिगुने दाम पर बाजार में बिक रही हैं। जबकि व्यक्तिगत आय का स्रोत उतना ही है।

लोगों की आय में किसी प्रकार की कोई वृद्धि नहीं हुई , लेकिन महंगाई मैं अधिक वृद्धि के कारण लोगों का जीवन अब धीरे-धीरे कठिनाई से गुजर रहा है। उन्हें ठीक प्रकार से भोजन भी प्राप्त नहीं हो पा रहा है , क्योंकि व्यक्ति के पास आय का स्रोत सीमित होता है। वह अपने बजट तो पहले से ही तय कर लेते है। सब्जी पर तिगुना दाम बढ़ने से एक तरफ जहां समाज विचलित है वही दूसरी अन्य आवश्यक वस्तुओं पर भी दाम बढ़ता जा रहा है।  एक साधारण व्यक्ति को यह समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करें और क्या ना करें कहां बचत करें और कहा खपत करें।

सरकार इस विषय पर अधिक ध्यान नहीं दे रही है , जिसके कारण एक साधारण व्यक्ति इस महंगाई की मार में पिसता जा रहा है।

सब्जियों पर अचानक दाम बढ़ने का मुख्य कारण जो मुझे समझ आता है वह बाजार में आने से पूर्व का भंडारण है। बड़े बड़े सेठ-साहूकार बड़ी मात्रा में सब्जियों को भंडारण करके रखते हैं और अवसर का लाभ उठाते हुए ऊंचे दामों पर बेचते हैं।

मेरा सुझाव यह है कि सरकार तथा प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए उन भंडारण केंद्र पर छापामारी कर गोरख धंधा करने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाए। यह कोई साधारण व्यक्ति का कार्य नहीं है। इसलिए पत्र के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाते हुए सरकार तथा प्रशासन की नजर और आपके माध्यम से करना चाहता हूं।

अतः श्रीमान से निवेदन है कि मेरे उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हुए कालाबाजारी करने वाले लोगों पर कार्यवाही करने हेतु तथा एक साधारण व्यक्ति को राहत पहुंचाने के क्षेत्र में कदम उठाते हुए सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करने में मेरी सहायता करें।

धन्यवाद

दिनांक 5 जुलाई 2020

 

प्रार्थी

मनोज कुमार

शास्त्री नगर मुंबई

 

प्रश्न 7 सार्वजनिक सूचना पदों पर लिखी अशुद्ध हिंदी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए

 

सेवा में

संपादक महोदय

नवजागरण

कोलकाता 582310

विषय – अशुद्ध हिंदी के बढ़ते चलन पर ध्यान आकर्षित करने हेतु पत्र।

महोदय

श्रीमान मैं कॉलेज में पढ़ता हूं और हिंदी विषय के प्रति गहरी आस्था रखता हूं। यह मेरा रुचि का विषय है और मेरी मातृभाषा भी। भारत में जिस प्रकार हिंदी का पाठक बहुतायत मात्रा में है , उसी प्रकार विदेश में भी हिंदी विषय का प्रचलन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लोग विदेशों से भी हिंदी पढ़ने के लिए उत्सुक हैं। आज इंटरनेट के क्षेत्र में भी हिंदी का प्रचलन बेहद ही तीव्र गति से बढ़ रहा है।

भारत जहां हिंदी भाषी क्षेत्र होने के नाते विश्व भर में जाना जाता है। वही हिंदी भाषा का अपमान भारत में होना चिंता का विषय है। महोदय सूचना पट्ट तथा मार्गदर्शिका पर लिखा अशुद्ध हिंदी समाज की लेखन प्रक्रिया तथा साहित्य को प्रभावित करती है। व्यक्ति जो देखता है वह अपने मन मस्तिष्क में बैठा लेता है। ऐसी स्थिति में जब वह सूचना पट्ट तथा मार्गदर्शिका में प्रतिदिन अशुद्ध हिंदी का रूप लिखा हुआ देखेगा तो वह अपने साहित्य में भी उसी अशुद्धि को लिखेगा।

मेरा आपसे आग्रह है ऐसे सभी सूचना पट्ट को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित कर उसको अपने पत्र का विषय बनाएं ताकि समाज में हिंदी के प्रति जागरूकता आए और अशुद्ध वर्तनी का इस्तेमाल करने से लोग सतर्क रहें। हिंदी के उत्थान में आप तथा आपका समाचार पत्र एक अहम योगदान निभा सकता है , इसी आशा के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देता हूं।

धन्यवाद

दिनांक 27 अगस्त 2019

 

प्रार्थी

प्रमोद

जनकपुरी बी ब्लॉक

कोलकाता

 

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