सीबीएसई बोर्ड द्वारा नए प्रारूप में परीक्षा लिया जा रहा है, हिंदी प्रश्न पत्र का प्रारूप नीचे दिया गया है। विगत समय में सीबीएसई ने इसी प्रकार की परीक्षा बारहवीं कक्षा के छात्रों से करवाया है। प्रश्न हिंदी विषय के पत्र से आप अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। यह आपकी परीक्षा की तैयारी में कारगर सिद्ध हो सकता है।
BOARD EXAMINATION
CLASS 12
SUBJECT-HINDI(002)
Time Allowed 90 Min. Maximum Marks 40
समय 90 मिनट अधिकतम अंक 40
सामान्य निर्देश
- इस प्रश्न पत्र में तीन खंड है खंड ‘क’, ‘ख’, ‘ग’
- खंड क में अपठित बोध (गद्यांश व काव्यांश) से संबंधित कुल प्रश्न संख्या 01 से 36 तक है। जिसमें से प्रत्येक से एक (गद्य खंड व एक पद्य खंड) का चुनाव कर कुल 18 प्रश्नों का हल कीजिए।
- खंड ख में 5 प्रश्न है जिसकी क्रम संख्या 37 से 41 है इन सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- खंड ग में तीन प्रकार के प्रश्न पूछे गए हैं –
- प्रश्न संख्या 42 से 51 में सभी प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
- प्रश्न संख्या 52 से 57 में से किन्ही 4 प्रश्नों को हल करना है।
- प्रश्न संख्या 58 से 62 में से किन्ही 3 प्रश्नों का चुनाव करना है।
- सभी प्रश्नों की अंक धारिता समान है 1*1=40 अंक।
हिंदी प्रश्न पत्र कक्षा बारहवीं
खंड ‘क’
(अपठित बोध)
निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उचित विकल्पों का चयन कीजिए।
हम सभी जानते हैं कि आजादी का अमृत महोत्सव आजादी की 75वीं वर्षगांठ से 75 सप्ताह पूर्व शुरू हो चुका है। यह अमृत महोत्सव राष्ट्र को एक साथ लाने की गौरवशाली यात्रा है। एक राष्ट्र का भविष्य तभी उज्जवल होता है, जब वह अपने पिछले अनुभवों और विरासत के गौरव के साथ पल-पल जुड़ा रहता है। इस ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय चेतना को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से एक पदयात्रा स्वतंत्रता मार्च को हरी झंडी दिखाकर आजादी की। 75वीं वर्षगांठ को समर्पित ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आजादी का अमृत महोत्सव 15 अगस्त 2022 से 75 सप्ताह पहले शुरू हुआ है और 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ है, स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा का अमृत, नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत और स्वावलंबन का अमृत।
भारत का हर नागरिक 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, महात्मा गांधी की विदेश से वापसी और ‘सत्याग्रह’, लोकमान्य तिलक के पूर्ण स्वराज्य, आजाद हिंद फौज का दिल्ली चलो एवं भारत छोड़ो आंदोलन के आह्वान को कभी नहीं भूल सकता। मंगल पांडे, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, अंबेडकर। देश के हर कोने से पुरुष महिलाएं और युवा थे जिन्होंने भारत को आजाद कराने के लिए असंख्य बलिदान दिए। स्वतंत्रता आंदोलन की ज्वाला को लगातार जागृत करने का कार्य पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण हर दिशा में हर क्षेत्र में हमारे संत-महंत आचार्यों ने किया। एक तरह से भक्ति आंदोलन ने राष्ट्रव्यापी स्वतंत्रता आंदोलन की रीड की हड्डी तैयार कर ली थी।
नमक उस समय भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक था। जब गांधी जी ने ‘दांडी की यात्रा’ की थी और ‘नमक कानून’ तोड़ा तब भारत के लोगों को इंग्लैंड से आने वाले नमक पर निर्भर रहना पड़ता था। अतः गांधी जी ने देश के इस पुराने दर्द को समझा। यहां नमक का मतलब है ‘वफादारी’ आज भी हम कहते हैं कि हमारे देश का नमक खाया है। इसलिए नहीं कि नमक बहुत कीमती वस्तु है, इसका कारण यह है कि नमक हमारे लिए श्रम और समानता का प्रतीक है। जब हम ब्रिटिश शासन के उस युग के बारे में सोचते हैं, जब लाखों लोग स्वतंत्रता का इंतजार कर रहे थे इससे आजादी के 75 साल के जश्न को और भी महत्वपूर्ण बना दिया जाता है।
आजादी के अमृत महोत्सव में स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ स्वतंत्र भारत के सपनों और कर्तव्यों को देश के सामने रखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। यह हम सभी का सौभाग्य है कि हम स्वतंत्र भारत के इस ऐतिहासिक दौर को देख रहे हैं, जिसमें भारत प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। साथ ही यह उन शहीदों को याद करने और धन्यवाद देने का प्रयास है जिसके कारण हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए।
1 प्रश्न – आजादी का अमृत महोत्सव है-
- साबरमती आश्रम से एक पदयात्रा
- राष्ट्र को साथ लाने की सौभाग्यशाली यात्रा
- 1857 का स्वतंत्रता संग्राम
- गांधी जी की दांडी यात्रा
उत्तर – राष्ट्र को साथ लाने की सौभाग्यशाली यात्रा
2 प्रश्न – अमृत महोत्सव आजादी की 75वीं वर्षगांठ के कितने पहले शुरू हो चुका है
- 75 दिन
- 70 सप्ताह
- 75 सप्ताह
- 75 वर्ष
उत्तर – 75 सप्ताह
3 प्रश्न 15 अगस्त 2023 तक चलेगा
- स्वतंत्रता संग्राम
- आत्मनिर्भर भारत अभियान
- आजादी का अमृत महोत्सव
- स्वच्छ भारत पखवाड़ा
उत्तर – आजादी का अमृत महोत्सव।
4 प्रश्न आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ नहीं है
- स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा का अमृत
- नए विचारों का अमृत
- नए संकल्पों का अमृत
- स्वच्छ भारत का अमृत
उत्तर – स्वच्छ भारत का अमृत
5 प्रश्न – भारत का स्वतंत्रता संग्राम प्रारंभ हुआ
- 1947 में
- 1957 में
- 1857 में
- 1950 में
उत्तर – 1857 में
6प्रश्न – पूर्ण स्वराज का नारा किसने दिया ?
- सुभाष चंद्र बोस
- लोकमान्य तिलक
- चंद्रशेखर आजाद
- सरदार पटेल
उत्तर – लोकमान्य तिलक
7 गद्यांश में नमक से अभिप्राय है
- वफादारी
- ईमानदारी
- बेईमानी
- आजादी
उत्तर – वफादारी
8 प्रश्न – निर्भर शब्द में उपसर्ग होगा –
- नि
- निर्
- निर्भ
- नी
उत्तर – निर्
9 प्रश्न – दांडी यात्रा संबंधित है
- नमक कानून से
- आत्मनिर्भरता से
- साबरमती आश्रम से
- ब्रिटिश शासन से
उत्तर – नमक कानून से
10 प्रश्न गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक है
- स्वतंत्रता का महोत्सव
- आजादी का जश्न
- आजादी की वर्षगांठ
- आजादी का अमृत महोत्सव
उत्तर – आजादी का अमृत महोत्सव
अथवा
नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए।
8 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलंपिक के समापन के साथ ही भारत ने एक स्वर्ण दो रजत और चार कांस्य पदक जीतकर अब तक के ओलंपिक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टोक्यो से पहले भारत ने लंदन ओलंपिक 2012 में सर्वाधिक 6 पदक हासिल किए थे। नीरज चोपड़ा ने जैबलिन थ्रो (भाला फेंक) में स्वर्ण पदक के साथ ही भारतीय टीम ने 13 साल बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उनसे पहले 2008 के बीजिंग ओलंपिक में 13 मीटर एयर राइफल के व्यक्तिगत स्पर्धा में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल जीतकर भारत के एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता थे। टोक्यो ओलंपिक में भारत के पदकों का खाता पहले ही दिन मीराबाई चानू ने रजत पदक के साथ खोल दिया था।
उन्होंने भारोत्तोलन के 49 किलो वर्ग में कुल 202 किलो (87 + 115) भार उठाकर भारत के लिए प्रतिस्पर्धा में 21 साल बाद ओलंपिक पदक हासिल किया। उनसे पहले सिडनी ओलंपिक 2000 के 69 किलो भारोत्तोलन में कर्णम मल्लेश्वरी ने भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भारत को टोक्यो में दूसरा पदक दिलाया। सिंधु ने रियो ओलंपिक में भी पदक जीता था। टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर वह पहली महिला दूसरी ऐसी खिलाड़ी बन गई जिन्होंने व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में दो ओलंपिक पदक हासिल किए हैं। इनसे पूर्व सुशील कुमार ने कुश्ती में बीजिंग ओलंपिक 2008 में कांस्य और लंदन ओलंपिक 2012 में रजत पदक हासिल किए थे।
स्टार बॉक्सर लवलीना बोरगोहाई ने टोक्यो ओलंपिक में यादगार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। भारत को 9 साल बाद ओलंपिक बॉक्सिंग में पदक हासिल हुआ। उनसे पहले विजेंद्र सिंह ने 2008 बीजिंग ओलंपिक और मेरी कॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में भारत के लिए बॉक्सिंग में कांस्य पदक हासिल किए थे। भारत को टोक्यो ओलंपिक में दूसरा रजत पदक रवि दहिया ने दिलाया। भारत का 41 सालों से ओलंपिक हॉकी में पदक का सूनापन कांस्य पदक जीतने के साथ ही खत्म हुआ। भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
टीम पहली बार ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में पहुंची, हालांकि भारतीय टीम पदक जीतने से चूक गई और चौथे स्थान पर रही, लेकिन देश विदेश में उसे बहुत सराहना मिली। बजरंग पुनिया ने भी अपने पहले ही ओलंपिक में 65 किलो वर्ग की स्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया। यह टोक्यो ओलंपिक के समापन से ठीक 1 दिन पहले भारत का छठा मेडल था। इसी दिन कुछ देर बाद ही भारत के लिए वह स्वर्णिम पर आ गया जिसे नीरज चोपड़ा ने अपने जैबलिन से लिखा।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए।
11 प्रश्न टोक्यो ओलंपिक खेलों का समापन कब हुआ ?
- 10 अगस्त 2021
- 8 अगस्त 2021
- 15 अगस्त 2021
- 7 अगस्त 2020
उत्तर – 8 अगस्त 2021
12 प्रश्न 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने कितने पदक अपने नाम किए थे ?
- 7
- 6
- 5
- 10
उत्तर 6
13 प्रश्न – भारत में स्वर्ण पदक किस प्रतिस्पर्धा में जीता?
- भारोत्तोलन में
- कुश्ती में
- बैडमिंटन में
- जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में
उत्तर – जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में
14 प्रश्न- टोक्यो ओलंपिक में भारत की ओर से पहला पदक किसने जीता ?
- मीराबाई चानू
- नीरज चोपड़ा
- लवलीना बोरगोहेन
- बजरंग पुनिया
उत्तर – मीराबाई चानू
15 प्रश्न – निम्नलिखित में से और सत्य कथन छाँटिए
- नीरज चोपड़ा से पहले व्यक्तिगत स्पर्धा में अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण पदक जीता
- मीराबाई चानू से पूर्व कर्णम मल्लेश्वरी ने भारोत्तोलन में पदक जीता।
- लवलीना से पूर्व विजेंदर ने बॉक्सिंग में पदक जीता
- महिला हॉकी में भारत ने कांस्य पदक जीता।
16 प्रश्न – भारत ने टीम स्पर्धा में 41 साल बाद किस खेल में कांस्य पदक जीता ?
- हॉकी
- भारोत्तोलन
- क्रिकेट
- बैडमिंटन
उत्तर – हॉकी
17 प्रश्न – कुश्ती की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत ने कितने पदक जीते ?
- 3
- 4
- 2
- 1
उत्तर – 2
18 प्रश्न – प्रतिस्पर्धा शब्द में उपसर्ग व मूल शब्द अलग करने पर होगा
- प्र+तिस्पर्धा
- प्रति+स्पर्धा
- प्र+ति+स्पर्धा
- प्र+तिस्प+र्धा
उत्तर प्रति+स्पर्धा
19 प्रश्न – गौरवान्वित से क्या तात्पर्य है ?
- सम्मानित
- प्रताड़ित
- विज्ञापित
- आयोजित
उत्तर- सम्मानित
20 प्रश्न गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक है
- ओलंपिक में चीन की बादशाहत
- टोक्यो ओलंपिक में भारत की उपलब्धि
- खेलों की दुनिया
- ओलंपिक 2020
नीचे दो काव्यांश दिए गए हैं किसी एक काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए।
” कहते हैं यहां सब एक हैं
हम एक ही परिवार हैं।
क्यों भाव कलुषित हो रहे
क्यों द्वेष के दीवार हैं?
दो दिलों के बीच है जो
अब ढहाना चाहता हूं
गीत आया है अधर पर
गुनगुनाना चाहता हूं।
पत्थर सरीखे हो रहे
अंतः करण में पीर है
जो चार होते थे नयन
अब क्यों उन्हीं में नीर है।
प्रेम की सरिता हृदय में
फिर बहाना चाहता हूं
गीत आया है अधर पर
गुनगुनाना चाहता हूं
आंधियों की खौफ से ही
रोशनी गुल हो गई है
गिर गई गलियां तिमिर से
सनसनी फैली हुई है।
जुगनुओं-सा वीथिएँ में
टिमटिमाना चाहता हूं।
गीत आया है अधर पर
गुनगुनाना चाहता हूं।
21 प्रश्न हमारे भाव कैसे हो रहे हैं?
- कलुषित
- मधुर
- दयापूर्ण
- गलत
उत्तर कलुषित
22 तिमिर शब्द का क्या अर्थ है?
- तेरा
- अंधकार
- प्रकाश
- प्रिय
उत्तर – अंधकार
23 जुगनुओं सा वीथियों से टिमटिमाना चाहता हूं में कौन सा अलंकार है ?
- रूपक
- श्लेष
- उपमा
- अनुप्रास
24 यहां सब कहते क्या है ?
- हम एक परिवार हैं
- हम भिन्न भिन्न हैं
- हम सब द्वेष रखते हैं
- कुछ नहीं कहते
उत्तर – हम एक परिवार हैं
25 द्वेष की दीवार कहां है ?
- विचारों में
- दिलों के बीच
- आपस में
- कहीं नहीं
उत्तर दिलों के बीच
26 अंतः करण में क्या है ?
- पीड़ा
- तीर की चुभन
- पत्थर
- कठोरता
27 कवि हृदय से क्या बहाना चाहता है ?
- प्रेम की सरिता
- आपसी भाईचारा
- द्वेष भावना
- कुछ नहीं
28 कवि किसके समान टिमटिमाना चाहता है ?
- वीथियो की तरह
- जुगनू की तरह
- गीतों की तरह
- सभी प्रकार के
अथवा
हम जंग ना होने देंगे।
विश्व शांति के हम साधक है, जंग ना होने देंगे
कभी ना खेतों में फिर खूनी खाद फलेगी
खरिहानों में नहीं मौत की फसल खेलेगी
आसमान फिर कभी ना अंगारे उगलेगा
एटम में नागासाकी फिर ना जलेगी
युद्ध विहीन विश्व का सपना भंग ना होने देंगे।
जंग न होने देंगे।
हथियारों के ढेरों पर जिन का डेरा,
मुंह में शांति बगल में बम धोखे का फेरा
कफन बेचने वालों से कह दो चिल्लाकर
दुनिया जान गई है उनका असली चेहरा
कामयाब हो उनकी चालें ढंग ना होने देंगे।
जंग न होने देंगे।
हमें चाहिए शांति जिंदगी हमको प्यारी
हमें चाहिए शांति सृजन की है तैयारी
हमने छेड़ी जंग भूख से बीमारी से
आगे आकर हाथ बटाए दुनिया सारी
हरी भरी धरती को खूनी रंग न रंगने देंगे
जंग न होने देंगे।
29 विश्व शांति के साधक क्या चाहते हैं?
- जंग
- शांति
- हरियाली
- उपरोक्त सभी
उत्तर शांति
30 ‘खूनी खाद’ का क्या अर्थ है?
- हिंसा
- नफरत की भावना
- रक्त
- कोई भी नहीं
उत्तर नफरत की भावना
31 कवि किस सपने को भंग नहीं होने देगा?
- युद्ध विराम का सपना
- युद्ध का सपना
- वैभव का सपना
- धन प्राप्ति का सपना
उत्तर युद्ध विराम का सपना
32 ‘ मुंह में शांति बगल में बम’ पंक्ति के लिए उपर्युक्त मुहावरा/लोकोक्ति होगा
- बगल में छोरा गांव में ढिंढोरा
- ऊंट के मुंह में जीरा
- मुंह में राम बगल में छुरी
- माला तो कर में फिरे जीव फिरे मुख माही
उत्तर मुंह में राम बगल में छुरी
33′ कफन बेचने वालों’ से क्या तात्पर्य है?
- अंतिम क्रिया का व्यापार करने वाले
- कफन बेचने वाले
- हथियार बेचने वाले
- मौत का सामान बेचने वाले
उत्तर हथियार बेचने वाले
34 कवि ने किस के विरुद्ध जंग छेड़ रखी है?
- भूख के विरुद्ध
- बीमारी के विरुद्ध
- लोगों के विरुद्ध
- क व ख दोनों
35 दुनिया किसका चेहरा जान गई है?
- हिंसा फैलाने वालों का
- नफरत पैदा करने वालों का
- जंग चाहने वालों का
- उपरोक्त सभी
उत्तर उपरोक्त सभी
36 काव्यांश का उपयुक्त शीर्षक है
- जंग न होने देंगे
- शांति
- मेरी अभिलाषा
- हिंसा
उत्तर जंग न होने देंगे
खंड ख
(अभिव्यक्ति और माध्यम पर आधारित)
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उत्तर देने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
37 मुद्रित माध्यमों की विशेषता है
- छपे हुए शब्दों में स्थायित्व
- लिखित भाषा का विस्तार
- चिंतन विचार और विश्लेषण का माध्यम
- उपर्युक्त सभी
उत्तर उपर्युक्त सभी।
38 समाचार लेखन की महत्वपूर्ण शैली है
- उल्टा पिरामिड शैली
- सीधा पिरामिड शैली
- वस्तुनिष्ठ शैली
- अलंकारिक शैली
उत्तर उल्टा पिरामिड शैली
39 श्रोताओं से संचालित माध्यम माना जाता है
- रेडियो
- टेलीविजन
- इंटरनेट
- समाचार पत्र
उत्तर रेडियो
40 कविता लेखन का पहला उपकरण है
- अलंकार
- वाक्य
- शब्द
- अर्थ
उत्तर शब्द
41 कविता को इंद्रियों से पकड़ने में सहायक होते हैं
- बिंब और छंद
- अलंकार
- रस
- शब्द
उत्तर बिंब और छंद
खंड ग
(पाठ्य पुस्तक तथा अनुपूरक पाठ्य पुस्तक पर आधारित)
निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित दिए गए पांच प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
अरुण यह मधुमय देश हमारा!
जहां पहुंच अनजान क्षितिज को मिलता एक सहारा।
सरस तामरस गर्भ विभा पर नाच रही तरुशिखा मनोहर
छिटका जीवन हरियाली पर मंगल कुमकुम सारा
लघु सरधनु से पंख पसारे शीतल मलय समीर सहारे
उड़ते खग जिस और मुंह किए समझ नीड़ निज प्यारा।
42 काव्यांश में कवि ने अनजान क्षितिज का प्रयोग किसके लिए किया है?
- पड़ोसी देशों के लिए
- विदेशी शरणार्थियों के लिए
- आक्रमणकारियों के लिए
- महासागरों के लिए
उत्तर विदेशी शरणार्थियों के लिए
43 लघु सूरधनु से पंक्ति में अलंकार है
- उत्प्रेक्षा
- उपमा
- रूपक
- यमक
उत्तर उपमा
44 काव्यांश में तामरस शब्द से अर्थ निहित है
- कमल
- सूर्य
- चंद्रमा
- घड़ा
उत्तर कमल
45 कवि द्वारा भारत की किन विशेषताओं की ओर संकेत किया गया है?
- भारत का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है
- इस भूमि पर सूर्य की पहली किरण पड़ती है
- यहां अनजान व्यक्तियों को भी आश्रय प्राप्त होता है
- उपर्युक्त सभी
उत्तर उपर्युक्त सभी
46′ उड़ते खग’ में क्या विशेष अर्थ व्यंजित होता है
- भारत सभी शरणार्थियों की आश्रय स्थली है
- यह केवल पक्षियों की आश्रय स्थली है
- पक्षी अपने घोसले की और उड़ते हैं
- उपर्युक्त सभी
उत्तर भारत सभी शरणार्थियों की आश्रय स्थली है।
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित दिए गए पांच प्रश्नों के सही उत्तर विकल्प चुनिए
चौधरी साहब से तो अब अच्छी तरह परिचय हो गया था। अब उनके यहां मेरा जाना एक लेखक की हैसियत से होता था। हम लोग उन्हें एक पुरानी चीज समझा करते थे। इस पुरातत्व की दृष्टि में प्रेम और कौतूहल का एक अद्भुत मिश्रण रहता था। यहां पर यह कह देना आवश्यक है कि चौधरी साहब एक खास है हिंदुस्तानी रईस थे। वसंत पंचमी, होली इत्यादि अवसरों पर उनके यहां खूब नाचरंग और उत्सव करते थे। उनकी हर एक अदा से रियासत और तबीयत धारी टपकती थी। कंधों तक बाल लटक रहे हैं। आप इधर से उधर टहल रहे हैं। एक छोटा सा लड़का पान की तश्तरी दिए पीछे पीछे लगा हुआ है। बात की काट छांट का क्या कहना है, जो बातें उनके मुंह से निकलती थी उसमें एक विलक्षण वक्रता रहती थी। उनकी बातचीत का ढंग उनके लेखों से अलग से एकदम निराला होता था। नौकरों तक के साथ उनका संवाद सुनने लायक होता था। अगर किसी नौकर के हाथ से कभी कोई गिलास वगैरा गिरा तो उनके मुंह से यही निकला कि ‘कारे बचा तो नाहीं’ उनके प्रश्नों के पहले ‘क्यों साहब’ अक्सर लगा रहता था।
47 उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी के प्रति लेखक की दृष्टि रहती थी
- आधुनिक दृष्टि
- पुरातात्विक दृष्टि
- सख्यभाव दृष्टि
- उपर्युक्त सभी
उत्तर पुरातात्विक दृष्टि
48 चौधरी साहब की स्वभाव गत विशेषताएं थी
- बातों में वक्रता
- रईसी
- तबीयतदारी
- उपर्युक्त सभी
उत्तर उपर्युक्त सभी
49 ‘उनकी हर एक अदा से रियासत और तबीयतदारी टपकती थी’ पंक्ति किस के संदर्भ में कही गई है
- रामचंद्र शुक्ल के लिए
- भारतेंदु हरिश्चंद्र के लिए
- उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी के लिए
- उपर्युक्त सभी के लिए
उत्तर उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी के लिए
50 प्रस्तुत गद्यांश अवतरित है
- प्रेमघन की छाया स्मृति पाठ से
- सुमिरिनी के मन के पाठ से
- बालक बच गया निबंध से
- संवदिया पाठ से
51 ‘जो बातें उनके मुंह से निकलती थी उनमें एक विलक्षण वक्रता रहती थी’ वाक्य से ज्ञात होता है कि
- चौधरी साहब नौकरों को डांट कर रखते थे
- चौधरी साहब बातचीत की कला में कुशल थे
- चौधरी साहब क्रोधी व्यक्ति थे
- चौधरी साहब स्वार्थी व्यक्ति थे
उत्तर चौधरी साहब बातचीत की कला में कुशल थे।
निम्नलिखित 6 भागों में से किन्ही 4 प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए।
52 संवदिया कहानी का प्रतिपाद्य है
- ग्रामीण जीवन का महत्व
- बंटवारे की पीड़ा
- संवदिया का महत्व
- मानवीय संवेदना
उत्तर मानवीय संवेदना
53 जयशंकर प्रसाद ने आशा को बावली क्यों कहा है?
- आशा जीवन के यथार्थ को समझने ही नहीं देती
- आशा व्यक्ति को(प्रेमी को) बावला बनाए रखती है
- आशा व्यक्ति को काल्पनिक सुख में भरमाए रहती है
- उपर्युक्त सभी
उत्तर उपर्युक्त सभी
54 कार्नेलिया के व्यक्तित्व की विशेषता है
- विदेशी होने के बावजूद भारत को अपनाने वाली
- प्रकृति प्रेमी
- केवल क
- क तथा ख दोनों
उत्तर क तथा ख दोनों
55 ‘तोड़ो’ कविता में कवि हाथ फैलाने वाले व्यक्ति को किस प्रकार का व्यक्ति मानता है ?
- ईमानदार व्यक्ति
- धोखेबाज आदमी
- भिखारी
- उपर्युक्त सभी
उत्तर ईमानदार व्यक्ति
56′ बालक बच गया’ लघु निबंध में बालक से कौन सा प्रश्न नहीं पूछा गया?
- धर्म के कितने लक्षण हैं?
- रस कितने हैं?
- चंद्रग्रहण का वैज्ञानिक कारण?
- शिक्षा का उद्देश्य क्या है?
उत्तर शिक्षा का उद्देश्य क्या है
57′ दुर्लभ बंधु’ के लेखक हैं
- भारतेंदु हरिश्चंद्र
- चंद्रधर शर्मा गुलेरी
- शेक्सपियर
- फणीश्वर नाथ रेणु
उत्तर भारतेंदु हरिश्चंद्र
निम्नलिखित पांच भागों में से किन्ही तीन प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनिए
58′ तो हम भी सो लाख बार बनाएंगे’ सूरदास के इस कथन से उसके चरित्र की कौन सी विशेषता उजागर होती है?
- हार ना मानने की प्रवृत्ति
- क्षमाशील
- प्रतिशोध की भावना
- सहनशील
उत्तर हार न मानने की प्रवृत्ति
59 अपने पति भैरौं के व्यवहार से तंग आकर सुभागी छिपी रही
- जगधर के घर में
- मंदिर में
- सूरदास की झोपड़ी में
- अमरूद के बाग में
उत्तर सूरदास की झोपड़ी में
60 आरोहण कहानी के आधार पर पहाड़ी स्त्रियों की स्थिति है
- शिक्षित एवं सुदृढ़
- अत्यंत सरल सहज
- कठिन और दयनीय
- ख तथा ग
उत्तर ख तथा ग
61 महीप अपनी मां की मृत्यु का कारण किसे मानता था?
- स्वयं को
- भूस्खलन को
- रूप सिंह को
- भूप सिंह को
उत्तर भूप सिंह को
62 सूरदास आग की रात में क्या ढूंढ रहा था?
- अपने रुपयों की थैली
- बर्तन
- छड़ी
- उपयुक्त सभी
उत्तर अपने रुपयों की थैली
संबंधित लेख का भी अध्ययन करें
प्रेमघन की छाया स्मृति – लेखक का जीवन परिचय , पाठ का सार , महत्वपूर्ण प्रश्न।
जहां कोई वापसी नहीं – निर्मल वर्मा
समापन
उपरोक्त लेख को आगामी परीक्षा तथा सीबीएसई द्वारा लिए जा रहे परीक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। विगत परीक्षा में सीबीएसई ने इसी प्रारूप में परीक्षा लिया था। यह एक प्रारूप मात्र है जिससे आप अपनी तैयारी कर सकते हैं।कोरोना काल में संभवत इसी प्रकार की परीक्षा सीबीएसई द्वारा लिया जाना तय हुआ है।